उपन्यास
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सूरज सबका हैविद्यासागर नौटियाल
मूल्य: Rs. 125 औपन्यासिक भाषिक संरचना की दृष्टि से विद्यासागर नौटियाल का समूचा कथा संसार, विशेषकर सूरज सबका है अद्वितीय, अप्रतिम है आगे... |
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सीधा सादा रास्तारांगेय राघव
मूल्य: Rs. 895
अपनी रौ में बहा ले जानेवाली भाषा, अनूठे शिल्प और जबर्दस्त अन्तर्वस्तु के कारण यह उपन्यास पाठकों के रचनात्मक सोच को नया आयाम प्रदान करेगी आगे... |
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शह और मातराजेन्द्र यादव
मूल्य: Rs. 495
उपन्यास की नाटकीयता और रोचकता का एकमात्र रहस्य उसकी मनोवैज्ञानिक सूक्ष्मता एवं यथार्थ अनुकारिता है। आगे... |
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रूपान्तरराधाकृष्ण
मूल्य: Rs. 195
अत्यन्त विचारोत्तेजक उपन्यास आगे... |
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रात के ग्यारह बजेराजेश माहेश्वरी
मूल्य: Rs. 250 विश्वास का धागा जितना सच्चा होता है, उतना ही कच्चा भी होता है। लेखक ने इस अनुभव को बहुत कारगर ढंग से चित्रित किया है आगे... |
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नरवानरशरण कुमार लिंबाले
मूल्य: Rs. 95 शरणकुमार लिंबाले का यह उपन्यास समकालीन दलित विमर्श के सन्दर्भ में एक जरूरी पुस्तक है आगे... |
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मुर्दों का टीलारांगेय राघव
मूल्य: Rs. 600
भारतीय उपमहाद्वीप की अल्पज्ञात आदि सभ्यता को लेकर लिखा गया यह अदितीय उपन्यास है आगे... |
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महाभोजमन्नू भंडारी
मूल्य: Rs. 250
महाभोज विद्रोह का राजनैतिक उपन्यास है आगे... |
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माँमैक्सिम गोर्की
मूल्य: Rs. 250 क्रान्ति की लौ को उजास देनेवाली एक माँ की महागाथा आगे... |
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लेकिन दरवाजापंकज बिष्ट
मूल्य: Rs. 175 ‘लेकिन दरवाज़ा’ में समकालीनता को चालू भाषा-शैली में चित्रित किया गया है आगे... |
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किस्सा लोकतंत्रविभूति नारायण राय
मूल्य: Rs. 150
कहने की आवश्यकता नहीं कि एक भ्रष्ट राजनीतिक तंत्र पर यह उपन्यास बेहद तीखी, लेकिन पूरी तरह जनतांत्रिक टिप्पणी है। आगे... |
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खबसूरत बहूनाग बोडस
मूल्य: Rs. 85 पुस्तक में चरित्रों की बारीकियों को बखूबी उजागर किया गया है और नाटककार ने गाँव के जीवन को देखने में काफी समय लगाया है आगे... |
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काला पहाड़भगवानदास मोरवाल
मूल्य: Rs. 395
उपन्यास का काम समकालीन यथार्थ के प्रतिनिधित्व के माध्यम से अतीत को पुनर्जीवित और भविष्य के मिज़ाज को रेखांकित करना है। युवा कथाकार भगवान मोरवाल के पहले उपन्यास काला पहाड़ में ये विशिष्टताएँ हैं। आगे... |
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जंगल जहाँ शुरू होता हैसंजीव
मूल्य: Rs. 500
उपन्यास के केन्द्र में है ‘मिनी चम्बल’ के नाम से जाना जाने वाला पश्चिमी चम्पारण, जहाँ अपराध पहाड़ की तरह नंगा खड़ा है, जंगल की तरह फैला हुआ है, आगे... |
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झिपय्याअरुण साधू
मूल्य: Rs. 150 मूल मराठी उपन्यास का हिन्दी अनुवाद आगे... |
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हाता रहीमवीरेंद्र सारंग
मूल्य: Rs. 400 वीरेन्द्र सारंग का यह उपन्यास अत्यन्त तर्कसंगत ढंग से न सिर्फ इस दुरवस्था को उजागर करता है आगे... |
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गृहदाहशरत चन्द्र चट्टोपाध्याय
मूल्य: Rs. 350 सामाजिक विसंगतियों, विषमताओं और विडम्बनाओं का चित्रण करनेवाला शरतचन्द्र का एक अनूठा मनोवैज्ञानिक उपन्यास आगे... |
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गोकुल मथुरा द्वारिकारघुवीर चौधरी
मूल्य: Rs. 1195
"गोकुल से द्वारका तक श्रीकृष्ण की यात्रा : नेतृत्व, ज्ञान और दिव्य आनंद की शाश्वत गाथा।" आगे... |
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दुभंगलक्ष्मण गायकवाड़
मूल्य: Rs. 150 30 सितम्बर, 1993 को महाराष्ट्र के किल्लारी गाँव, जिला लातूर में आए भूकम्प पर आधारित उपन्यास आगे... |
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चतुरंगदिलीप पुरुषोत्तम चित्रे
मूल्य: Rs. 350 चतुरंग संग्रह के चारों कथानक अपूर्व, आकर्षक और रहस्यमयी लगते हैं आगे... |
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चंद्रकांतादेवकीनंदन खत्री
मूल्य: Rs. 500 सारा उपन्यास दौलत को छिपाने या छिपी दौलत को सही और अधिकारी हाथों सौंपने और हथिया लेने के संघर्ष की महागाथा आगे... |
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भारतीपुरयू. आर. अनंतमूर्ति
मूल्य: Rs. 300 यों ‘भारतीपुर’ एक दक्षिण भारतीय बस्ती की कहानी है, लेकिन बस्ती तो एक बहाना है आगे... |
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आश्चर्य लोक में एलिसलुई कैरोल
मूल्य: Rs. 195 संसार की प्रायः सभी भाषाओं में अनूदित ‘एलिस इन वंडरलैंड’ का बाल-साहित्य में एक विशिष्ट स्थान है आगे... |
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यशोदानन्दनविपिन किशोर सिन्हा
मूल्य: Rs. 300 औपन्यासिक विधा में लिखा गया यह उपन्यास श्रीकृष्ण का यशोदानंदन के रूप में वर्णित भांति-भांति की लीलाएँ अपने उदार में समेटे हुए है आगे... |
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व्यवधान : बिखरी आस निखरी प्रीतशान्ति कुमारी बाजपेई
मूल्य: Rs. 300 इस उपन्यास में भारतीय आदर्शो एवं सात्त्विकता के प्रति असीम संवेदना है आगे... |
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त्रिमूर्तिर श केलकर
मूल्य: Rs. 40 सुन्दर स्त्री के विषय में पुरुष में सहज ही आकर्षण विद्यमान रहता है आगे... |
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तितलीजयशंकर प्रसाद
मूल्य: Rs. 50 वर्तमान हिंदी उपन्यास के समझने में ही नहीं बल्कि आधुनिक चेतना तथा सत्याग्रह कालीन दृष्टि के संतुलन और वैषम्य की दृष्टि से भी यह उपन्यास महत्वपूर्ण है आगे... |
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शुभ संयोगविमल मित्र
मूल्य: Rs. 199
शायद इसी को संयोग कहते हैं। यह संयोग कभी शुभ होता है तो कभी अशुभ आगे... |
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शाने तारीख़सुधाकर अदीब
मूल्य: Rs. 300
शेरशाह सूरी : इतिहास के 'शाने तारीख' आगे... |
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सेवासदनप्रेमचंद
मूल्य: Rs. 300 प्रेमचन्द का साहित्य साहित्य किसान को, साधारण जनता को, उनके साथ काम करने वाले बुद्धिजीवियों को सबक देता है आगे... |
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सेमल का फूलमार्कण्डेय
मूल्य: Rs. 50 रस तो बरसे लेकिन कोई चैन न पाये, वैसी ही यह मर्म-व्यथा से भरी कथा है आगे... |
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सती मैया का चौराभैरवप्रसाद गुप्त
मूल्य: Rs. 500 सती मैया का चौरा भैरवप्रसाद गुप्त का ही नहीं समूचे हिन्दी उपन्यास में एक उल्लेखनीय रचना के रूप में समादृत रहा है आगे... |
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साहिबे-आलमबलवंत सिंह
मूल्य: Rs. 150 |
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सच-झूठमहाश्वेता देवी
मूल्य: Rs. 225 एक दाई और धनिक साहब अर्जुन के चारों और घूमती यह कथा धनिक वर्ग के जीवन के गुप्त रहस्यों को प्रकट करती है आगे... |
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रेत की मछलीकान्ता भारती
मूल्य: Rs. 195 श्रीमती कान्ता भारती ने अपने इस उपन्यास 'रेत की मछली' में' लेखकीय जीवन और उसके निकट परिवेश को मानवीय संदर्भो में रचने का प्रयास किया है आगे... |
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रंगभूमिप्रेमचंद
मूल्य: Rs. 500 प्रेमचंद अपने समय के संग्राम के लिए शलाका पुरुष की सृष्टि कर रहे हैं जो लोगों के लिए एक आदर्श नायक बन सकेगा आगे... |
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राजा की भेरीशान्डिल्य
मूल्य: Rs. 45 राजा भेंरिगे (राजा की भेरी) अठारहवीं शताब्दी के दक्षिण भारत में सत्ता संघर्ष का एक ऐतिहासिक उपन्यास है आगे... |
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रात, चोर और चन्द्रबलवंत सिंह
मूल्य: Rs. 500 बलवंत सिंह ने अपने सरल और सीधे अंदाज में इंसानी फितरत और नियत की जटिलता को पाठकों के सामने पेश किया है आगे... |
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प्रियवरनिमाई भट्टाचार्य
मूल्य: Rs. 60 मैंने कभी यह नहीं सोचा कि किसी पुरुष से प्यार करूँगी या उस पर विश्वास ही करूँगी। लेकिन आगे... |
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प्रेमाश्रमप्रेमचंद
मूल्य: Rs. 350 अपने वक्त के सच को पेश करने का प्रेमचन्द का जो नजरिया था, वह आज के लिए भी माकूल है आगे... |
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प्रथम फाल्गुनश्रीनरेश मेहता
मूल्य: Rs. 300 इसका कथानक उस प्रथम प्रेम की मार्मिकता को अभिव्यक्त करता है जिसका सम्मोहन सार्वकालिक तथा सार्वदेशिक होता है आगे... |
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पहला कदमयोगेन्द्र प्रताप सिंह
मूल्य: Rs. 300 आज शिक्षक संस्थाएँ कैसी हैं? शिक्षक क्यों हैं? शिक्षा कैसी हे? -शिक्षण का प्रबन्ध-तन्त्र क्या है? सब-कुछ यह उपन्यास ही बतायेगा आगे... |
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निर्मलाप्रेमचंद
मूल्य: Rs. 200 अपने वक्त के सच को पेश करने का प्रेमचन्द का जो नजरिया था, वह आज के लिए भी माकूल है आगे... |
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नदी, लहरें और तूफानशान्ति कुमारी बाजपेई
मूल्य: Rs. 350 लक्ष्मी और दादी इस उपन्यास के बहुत सशक्त पात्र हैं। कठिन-से-कठिन परिस्थितियों में धैर्य और विवेक रखने वाली लक्ष्मी सचमुच गृह-लक्ष्मी है आगे... |
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मम अरण्यसुधाकर अदीब
मूल्य: Rs. 300
अनसुनी आवाज़ : लक्ष्मण के अंतर्मन और अनकही शक्ति की खोज। आगे... |
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लौटे हुये मुसाफिरकमलेश्वर
मूल्य: Rs. 250
इस कृति में आजादी और विभाजन के ऊहापोहमें फंसे हिन्दुओं और मुसलमानों की मनःस्थिति के साथ भारत के सामाजिक ताने-बाने में आए निर्णायक बदलाव को भी रेखांकित किया है आगे... |
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खरीदी कौड़ियों के मोल (भाग 1-2)विमल मित्र
मूल्य: Rs. 950
खरीदी कौडिय़ों के मोल' बंगला का वृहत्तम और अन्यतम उपन्यास है आगे... |
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गोदानप्रेमचंद
मूल्य: Rs. 300 प्रस्तुत पुस्तक में अधिकारी विद्वानों द्वारा ‘गोदान’ कृति की प्रासंगिकता पर अपने विचार प्रस्तुत करने के साथ- साथ उसके कला-पक्षों का सटीक मूल्यांकन किया गया है आगे... |
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गीतायशपाल
मूल्य: Rs. 150 ‘गीता’ शीर्षक यह उपन्यास पहले ‘पार्टी कामरेड’ नाम से प्रकाशित हुआ था। इसके केन्द्र में गीता नामक एक कम्युनिस्ट युवती है जो पार्टी के प्रचार के लिए उसका अखबार बम्बई की सड़कों पर बेचती है और पार्टी के लिए फंड इकट्ठा करती है आगे... |
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घुंघरूशान्ति कुमारी बाजपेई
मूल्य: Rs. 250 श्रीमती शान्तिकुमारी बाजपेयी का उपन्यास ‘घुँघरू’ अर्द्धनारीश्वर की वाङ्मयी साधना में अर्पित एक पुष्प है आगे... |