उपन्यास
![]() |
नर नारीकृष्ण बलदेव वैद
मूल्य: Rs. 175
तुम यह सब कहो न कहो, सोच यही रहे हो, अब इस वक्त न सही, बाद में कभी किसी से या अपने आप से यही कहोगे! इसी पुस्तक से आगे... |
![]() |
नई पौधनागार्जुन
मूल्य: Rs. 175
नागार्जुन का यह उपन्यास, आकार में लघु होने पर भी, प्रभाव के लिहाज से बड़ा ही व्यापक साबित हुआ है आगे... |
![]() |
नदीउषा प्रियंवदा
मूल्य: Rs. 495
हिन्दी कथा-साहित्य में अविस्मरणीय ख्याति प्राप्त कर चुकीं उषा प्रियम्वदा का यह नया उपन्यास पठनीयता का पुनर्नवन है। आगे... |
![]() |
मित्रो मरजानीकृष्णा सोबती
मूल्य: Rs. 150
मित्रो की वास्तविकता को कृष्णा सोबती ने इतनी सम्मोहक शैली में चित्रित किया है जिसकी मिशाल हिन्दी उपन्यासों में अन्यत्र देखने को नहीं मिलती आगे... |
![]() |
मेरा दागिस्तानरसूल हमज़ातोव
मूल्य: Rs. 150 किस्सागोई की शैली को एक नया आयाम देनेवाली यह अनूठी कृति एक हद तक आत्मकथात्मक है। आगे... |
![]() |
मता-ए-दर्दरजिया फसीह अहमद
मूल्य: Rs. 225 उपन्यास आगे... |
![]() |
मैं बोरिशाइल्लामहुआ माजी
मूल्य: Rs. 450 समय तथा समाज की तमाम विसंगतियों को अपने में समेटे एक बहुआयामी उपन्यास है - ‘मैं बोरिशाइल्ला। इसमें प्रेम की अन्तःसलिला भी बहती है और एक राष्ट्र के टूटने और बनने की कथा भी। आगे... |
![]() |
मैं और मैंमृदुला गर्ग
मूल्य: Rs. 299
मैं और मैं कहानी है मृदुला गर्ग के दो कलात्मक और सशक्त पात्रों–कौशल कुमार और माधवी–के बनते–टूटते सामाजिक और नैतिक आग्रहों की। आगे... |
![]() |
महाभियोगअंजली देशपांडे
मूल्य: Rs. 250 ‘महाभियोग’ भोपाल गैस कांड और उसके बाद सालों तक इस भयावह त्रासदी को लेकर समाज, देश, सामाजिक कार्यकर्ताओं, प्रेस और न्याय व्यवस्था के चक्रव्यूह में जो चला, उसकी कहानी है। आगे... |
![]() |
महाभारत के महारण्य मेंप्रतिभा बसु
मूल्य: Rs. 175 इस ग्रंथ में धर्म भी कुछ नहीं, अधर्म भी कुछ नहीं। जो है वह केवल सुविधावादी का सुविधाभोग। आगे... |
![]() |
माईगीतांजलि श्री
मूल्य: Rs. 199
बेहद सादगी से लिखी गई इस कहानी में उभरता है आज़ादी के बाद भी औपनिवेशिक मूल्यों के तहत पनपता मध्यवर्गीय जीवन, उसके दुख-सुख, और सबसे अधिक औरत की ज़िन्दगी। आगे... |
![]() |
लोगगिरिराज किशोर
मूल्य: Rs. 350
कथारस और पठनीयता के गुणों से ओतप्रोत एक महत्त्वपूर्ण उपन्यास। आगे... |
![]() |
कुम्भीपाकनागार्जुन
मूल्य: Rs. 150
कुम्भीपाक नामक नरक की रचना जिन जीवन-स्थितियों से हुई होगी, नागार्जुन का यह उपन्यास उन्हीं के शब्दांकन का परिणाम है। आगे... |
![]() |
कोहबर की शर्तकेशव प्रसाद मिश्र
मूल्य: Rs. 300 कोहबर की शर्त एक ऐसा उपन्यास है, जिसमें पूर्वी उत्तर प्रदेश के दो गाँवों-बलिहार और चौबेछपरा-का जनजीवन गहन संवेदना और आत्मीयता के साथ चित्रित हुआ है आगे... |
![]() |
कितने चौराहेफणीश्वरनाथ रेणु
मूल्य: Rs. 199
"स्वतंत्रता के त्यागी आत्मा का पर्दाफाश।" आगे... |
![]() |
खुले गगन के लाल सितारेमधु कांकरिया
मूल्य: Rs. 395
लोग मर रहे हैं, ऊब रहे हैं, घुट रहे हैं, लेकिन विद्रोह नहीं करते क्योंकि वे जीवन से प्यार नहीं करते । आगे... |
![]() |
खम्भों पर टिकी खुशबूनरेन्द्र नागदेन
मूल्य: Rs. 300 एक मोहक शिल्प तथा भाषा के सहज प्रवाह से युक्त, नरेन्द्र नागदेव का आत्मीय, संवेदनशील प्रस्तुतीकरण - खम्भों पर टिकी खुशबू... आगे... |
![]() |
कटरा बी आर्ज़ूराही मासूम रजा
मूल्य: Rs. 299
"मौन बस्तियों और चुराए गए सपनों की एक संवेदनशील कहानी, जो आपातकाल के दौरान देश की कठिन सच्चाइयों को उजागर करती है।" आगे... |
![]() |
कथा सतीसरचन्द्रकान्ता
मूल्य: Rs. 950
लेखिका ने अपने इस नवीनतम उपन्यास में पात्रों के माध्यम से मानवीय अधिकार और अस्मिता से जुड़े प्रश्नों को उठाया है। आगे... |
![]() |
कश का विनाशरॉबर्तो कलासो
मूल्य: Rs. 600 आवाज़ों और वार्तालापों से भरी-पूरी, आश्चर्यजनक, पहेली बुझाती, यह गहन पुस्तक पढ़कर भूल जाने वाली चीज नहीं है। आगे... |
![]() |
कारोबारे तमन्नाराही मासूम रजा
मूल्य: Rs. 300
"समाज की समस्याओं की जड़ों की पड़ताल करती, हाशिये पर पड़ी ज़िंदगियों की जटिलताओं को उजागर करती एक प्रभावशाली रचना।" आगे... |
![]() |
काजर की कोठरीदेवकीनन्दन खत्री
मूल्य: Rs. 60 काजर की कोठरी 'चन्द्रकांता' और 'चंद्रकांता संतति'—जैसी कालजयी उपन्यासमाला के महान लेखक बाबू देवकीनंदन खत्री का एक और महत्त्वपूर्ण उपन्यास है। आगे... |
![]() |
कागज की नावकृश्न चन्दर
मूल्य: Rs. 200
एक दस रुपये के नोट की आत्मकथा के माध्यम से उन्होंने इस उपन्यास में समाज के विभिन्न पक्षों के विभिन्न अंगों का चित्र बड़ी सरसता एवं स्पष्टता से खींचा है। आगे... |
![]() |
ज्वारमधु भादुड़ी
मूल्य: Rs. 95 नारी-स्वातंत्रय के लिए प्रतिभूत इस युग मे सुपरिचित लेखिका मधु भादुड़ी का यह उपन्यास इस संदर्भ मे कुछ बुनियादी सवाल उठाता है। आगे... |
![]() |
जुस्तजू-ए-निहाँ: उर्फ रुणियाबास की अंतर्कथाजितेन्द्र भाटिया
मूल्य: Rs. 150 रुणियाबास की अन्तर्कथा आगे... |
![]() |
जंगलअप्टान सिंक्लेयर
मूल्य: Rs. 495 अप्टन सिंक्लेयर की सर्वाधिक चर्चित कृति ‘जंगल’ ने विगत सदी के पहले दशक में पूरे अमेरिका में एक आन्दोलन-सा खड़ा कर दिया था और अमेरिकी सत्ता को हिला डाला था। आगे... |
![]() |
इदन्नमममैत्रेयी पुष्पा
मूल्य: Rs. 399
हिंदी कथा-रचनाओं की सुसंस्कृत सटीक और बेरंगी भाषा के बीच गाँव की इस कहानी को मैत्रेयी ने लोक-कथाओं के स्वाभाविक ढंग से लिख दिया है आगे... |
![]() |
हरी घास की छप्पर वाली झोपड़ी और बौना पहाड़विनोद कुमार शुक्ल
मूल्य: Rs. 299
"विनोद कुमार शुक्ल का खिलेगा तो देखेंगे : एक सामूहिक जीवन की कथा, जहाँ मौन बोलता है और प्रकृति उपचार करती है।" आगे... |
![]() |
हमज़ादमनोहर श्याम जोशी
मूल्य: Rs. 125
हमजाद' के चरित्र इस थोड़ी-सी इंसानियत से भी परे जा चुके हैं जिनके भीतर-बाहर को जोशीजी ने अपने सघन पाठ में अदभुत ढंग से रूपायित किया है। आगे... |
![]() |
गुजरा हुआ जमानाकृष्ण बलदेव वैद
मूल्य: Rs. 695
गुजरा हुआ जमाना देशविभाजन को लेकर लिखे गए उपन्यासों में एक अलग और विशिष्ट स्थान पिछले दो दशकों से बनाए हुए है। आगे... |
![]() |
एक सा संगीतविक्रम सेठ
मूल्य: Rs. 450 तीखे दुख और दीप्तिमान मेधा की पुनरावृत्तियों के द्वारा यह उपन्यास विक्रम सेठ के लेखकीय व्यक्तित्व का एक अलग ही पहलू पाठक के सम्मुख खोलता है आगे... |
![]() |
एक नौकरानी की डायरीकृष्ण बलदेव वैद
मूल्य: Rs. 125 |
![]() |
एक करोड़ की बोतलकृश्न चन्दर
मूल्य: Rs. 95
एक करोड़ की बोतल' उनका एक महत्त्वपूर्ण उपन्यास है, जिसमें उन्होंने नारी के समस्त कोमल मनोभावों एवं उसकी आंतरिक पीड़ा को मार्मिक अभिव्यक्ति दी है। आगे... |
![]() |
एक गंधर्व का दुःस्वप्नहरिचरन प्रकाश
मूल्य: Rs. 225
देश की संप्रभुता को खतरे में डालने वाले तत्त्वों को बड़ी संजीदगी से बेनकाब किया गया है इस उपन्यास में। आगे... |
![]() |
दिल की दुनियाइस्मत चुगताई
मूल्य: Rs. 195
अपने क़लम की एक-एक जुम्बिश से सौ-सौ जादू जगाने वाली मशहूर अफ़साना-निगार इस्मत चुगश्ताई ने अपने इस ताज़ातरीन नाविल को समाज की फ़र्सूदा-रवायात से आज़ाद हो कर ‘दिल की दुनिया’ आबाद की है आगे... |
![]() |
धरा अँकुराईअसगर वजाहत
मूल्य: Rs. 495 कथाकार असगर वजाहत की उपन्यास-त्रयी का अन्तिम भाग 'धरा अँकुराई' एक बहुआयामी कथानक को जीवन की सच्चाइयों तक पहुँचाता है। आगे... |
![]() |
बरखा रचाईअसगर वजाहत
मूल्य: Rs. 450 प्रस्तुत उपन्यास बरखा रचाई किसी विमर्श का ठप्पा लगाए बिना ठोस जीवन से जुड़ी बहुत-सी समस्याओं को सामने लाता है। आगे... |
![]() |
बलचनमानागार्जुन
मूल्य: Rs. 125
बलचनमा’ की गणना हिंदी के कालजयी उपन्यासों में की जाती है। आगे... |
![]() |
अग्निलीकहृषीकेश सुलभ
मूल्य: Rs. 250
"स्वतंत्रता के बाद बिहार के बदलते राजनीतिक और सामाजिक परिदृश्य का जीवंत चित्रण, जिसमें संघर्ष और यथार्थ की गहरी छवि उभरती है।" आगे... |
![]() |
अकबरशाज़ी जमाँ
मूल्य: Rs. 399
। बादशाह अकबर का संयम टूट रहा था और उनकी जिन्दगी का सबसे बड़ा संघर्ष शुरू होने को था। आगे... |
![]() |
अग्निस्नान एवं अन्य उपन्यासराजकमल चौधरी
मूल्य: Rs. 295
इस संकलन में राजकमल चौधरी के पाँच उपन्यास संग्रहीत किए गए हैं, आगे... |
![]() |
यह भी झूठ हैदिनेश नंदिनी डालमिया
मूल्य: Rs. 250 |
![]() |
वकील पारधीलक्ष्मण गायकवाड़
मूल्य: Rs. 350 ब्रिटिश शासनकाल में जिन समुदायों को अपराधी के श्रेणी में सूचीबद्ध किया गया था, उनमें एक पारधी समाज भी है। आगे... |
![]() |
विरूद्धमृणाल पांडे
मूल्य: Rs. 250 विरुद्ध उपन्यास का सुप्रसिद्ध कथाकार मृणाल पाण्डे की रचना–यात्रा में ऐतिहासिक महत्त्व है। आगे... |
![]() |
उत्तरायणरंगनाथ तिवारी
मूल्य: Rs. 650 रवीन्द्रनाथ टैगोर हमारे लिए प्रकाश और समरसता की आस्था के जीवित प्रतीक रहे हैं। आगे... |
![]() |
उपयात्रामोहम्मद आरिफ
मूल्य: Rs. 250 लेखक ने समय की विसंगतियों और विडम्बनाओं को झेल रहे एक नवयुवक के अन्तर्द्वन्द्वों को बहुत ही गहराई से उभारा है। बीसवीं शताब्दी के आखिरी कुछ वर्षों में हिन्दीभाषी समाज में आई उथल-पुथल को समझने की दृष्टि से यह एक उल्लेखनीय कृति है। आगे... |
![]() |
उदय रविबी पुट्टस्वामय्या
मूल्य: Rs. 350 ‘उदय-रवि’ - ई.स. 1950 - में तैलप (तृतीय) के सिंहासनारोहण से लेकर बसवेश्वर के मंत्री बनने तक की घटनाओं का चित्रण है। आगे... |
![]() |
उचक्कालक्ष्मण गायकवाड़
मूल्य: Rs. 225 1989 के साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित यह आत्मकथा बिना आत्मदया या किसी किस्म की आत्मश्लाघा के हमारे सामाजिक यथार्थ को सामने लाती है। आगे... |
![]() |
टेरोडैक्टिलमहाश्वेता देवी
मूल्य: Rs. 90 टेरोडैक्टिल एक अर्धमानव, अर्धपक्षी जीव है, जो नागेसिया आदिवासी जाति के पूर्वपुरुषों की आत्मा के रूप में अवतरित होता है आगे... |
![]() |
स्वामीमन्नू भंडारी
मूल्य: Rs. 295 ‘स्वामी’ सुप्रसिद्ध कथाकार मन्नू भंडारी का भावप्रवण विचारोत्तेजक उपन्यास है। आगे... |