गजलें और शायरी >> सलाखों में ख्वाब सलाखों में ख्वाबप्रमोद तिवारी
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‘सलाखों में ख्वाब‘ मेरा पहला गजल संग्रह है । इन गजलों में धरती पर पांव जमाने की कोशिश से सर पर पहाड़ उठा लेने के जज्बे तक की एक कहानी भी मैंने टुकड़ों-टुकड़ों में कह ली है...
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