अतिरिक्त >> महाभारत महाभारतगुरुदत्त
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पंचामृत देते समय देवपूजक अर्थात पुजारी जिस मंत्र का उच्चारण करता है, उसका अर्थ है- अकाल मृत्यु का हरण करने वाले और समस्त रोगों के विनाशक श्रीविष्णु का चरणोदक पीकर पुनर्जन्म नहीं होता...
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