कविता संग्रह >> दिन क्या बुरे थे दिन क्या बुरे थेवीरेन्द्र आस्तिक
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गीत के सफर में एक सवाल अक्सर किया गया कि मैं क्यों लिखता हूँ और किसके लिए लिखता हूँ
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