कविता संग्रह >> सागर लहरें और भंवर सागर लहरें और भंवरप्रवेश धवन
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हृदय के उद्गार कहे तुमसे तो मन कुछ शांत हुआ।
रात बिछोह के बाद मिलन हुआ तो मन कुछ शांत हुआ।
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