उपन्यास >> लता और वृक्ष लता और वृक्षक्रांति त्रिवेदी
|
51 पाठक हैं |
मानवीय संबंधों में भी छल-प्रपंच, एक ओर धन के प्रति व्यक्ति का पागलपन, तो दूसरी ओर सर्वस्व समर्पण, नारी की इच्छाशक्ति, समाज की विसंगतियों एवं विद्रूपताओं को रेखांकित करता एक रोमांचक एवं पठनीय उपन्यास।
A PHP Error was encountered
Severity: Notice
Message: Undefined index: 10page.css
Filename: books/book_info.php
Line Number: 569
|
अन्य पुस्तकें
लोगों की राय
No reviews for this book