भाषा एवं साहित्य >> जयशंकर प्रसाद की प्रासंगिकता जयशंकर प्रसाद की प्रासंगिकताप्रभाकर श्रोत्रिय
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जयशंकर प्रसाद समुद्र जैसे गहरे और स्नायुमण्डल की तरह जटिल एवं महान रचनाकार हैं। परन्तु वहाँ फूलों की एक घाटी भी है, जिसमें करूणा की धारा बहती है।
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