कहानी संग्रह >> अंतराल अंतरालकमलाकान्त त्रिपाठी
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भारतीय समाज की दुरुह सच्चाई को उघाड़ने के लिए गहन सूक्ष्म संवेदना, अंतर्दृष्टि और जीवंत अनुभव की दरकार प्रस्तुत करती कहानियाँ।
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