कहानी संग्रह >> कॉफी हाउस के कहकहे कॉफी हाउस के कहकहेभगवती प्रसाद वाजपेयी
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ये चौदह कहानियाँ वर्तमान अभिजात समाज की प्रदूषित जीवन शैली, शासन की उपेक्षापूर्ण रूढ़िवादिता और जनता के साथ उसकी संवादहीनता, शासक और विरोधी दल के कर्णधारों की अपराध-लिप्तता की ओर हमारा ध्यान आकर्षित करती हैं...
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