कविता संग्रह >> चिदंबरा चिदंबरासुमित्रानंदन पंत
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चिदंबरा मेरी काव्यचेतना के द्वितीय उत्थान की परिचायिका है, उसमें युगवाणी से लेकर अतिमा तक की रचनाओं का संचयन है-सन् ’37 से 57 तक प्रायः बीस वर्षों की विकास-श्रेणी का विस्तार।
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