योग >> योग भगाए रोग योग भगाए रोगस्वामी अक्षय आत्मानन्द
|
384 पाठक हैं |
‘जिसे मृत्यु छीन ले वह सब ‘पर’ है, जिसे मृत्यु भी छीन न पाए, वह ‘स्व’ है। इस ‘स्व’ में जो स्थिति है, सिर्फ वही स्वस्थ है, बाकी सब अस्वस्थ।’
A PHP Error was encountered
Severity: Notice
Message: Undefined index: 10page.css
Filename: books/book_info.php
Line Number: 569
|
अन्य पुस्तकें
लोगों की राय
No reviews for this book