बहुभागीय पुस्तकें >> सम्पूर्ण सूरसागर- खण्ड 4 सम्पूर्ण सूरसागर- खण्ड 4किशोरी लाल गुप्त
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इस खण्ड में दशम स्कन्ध पूर्वाद्ध की वृन्दावन लीला, मथुरा लीला, गोपी विरह है...
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