सामाजिक >> ऋण मुक्त ऋण मुक्तशकुन्तला महाजन
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ऋण मुक्त एक सामाजिक उपन्यास है इसमें भारतीय समाज में नारी किस प्रकार दैनिक उपभोग की वस्तु समझी जाती है-इसका करूणापूर्ण वर्णन है। इसके साथ ही यह किशोरावस्था में ही अपह्रत व उपेक्षित निरीह नारी के साहसपूर्ण एवं अपने पैरों पर स्वयं खड़े होने के लिए किए गए संघर्ष की भी कहानी है।
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