कहानी संग्रह >> ईर्ष्या तथा अन्य कहानियाँ ईर्ष्या तथा अन्य कहानियाँराजेन्द्र प्रसाद मिश्र
|
372 पाठक हैं |
नौकरशाही और भद्र वर्ग की विसंगति को जिस भोली सहजता से राजेन्द्र कुमार मिश्र चीरते चले जाते हैं,वह उन्हें अपने ढंग का अद्वितीय कथाकार बनाती है।
A PHP Error was encountered
Severity: Notice
Message: Undefined index: 10page.css
Filename: books/book_info.php
Line Number: 569
|
अन्य पुस्तकें
लोगों की राय
No reviews for this book