सामाजिक >> कालम् कालम्एस.टी.वासुदेवन नायर
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अपनी मिट्टी की गन्ध में रचे-बसे चरित्रों का अन्तरंग और आत्मीय मनोविश्वेषण करता एक मर्मस्पर्शी उपन्यास। मलयालम से हिन्दी में।
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