गीता प्रेस, गोरखपुर >> तैत्तरीयोपनिषद् तैत्तरीयोपनिषद्गीताप्रेस
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इसमें भगवान् ने बतलाया है कि मोक्षरूप परम निःश्रेयसकी प्राप्ति का एकमात्र साधन हेतु ज्ञान ही है। इसके लिए कोई अन्य साधन नहीं है।
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