लेखक:
निलय उपाध्याय
28 जनवरी, 1963 को बिहार में जन्मे निलय उपाध्याय हिंदी के सुपरिचित कवियों में एक हैं ! इनके कविता संकलन हैं- अकेला घर हुसैन का, कटौती और जिबह वेला ! इनके दो उपन्यास-अभियान और वैतरनी प्रकाशित हो चुके हैं ! एक साल पहले इन्होने गंगोत्री से गंगा सागर तक की साइकिल से यात्रा की ! ये मुंबई में रहते है और पटकथा लेखन से जुड़े हैं ! देवों के देव महादेव सीरियल और कई फिल्मे लिख चुके हैं ! हाल में इनका लिखा नाटक पॉपकॉर्न विद परसाई काफी लोकप्रिय हुआ है ! पहाड़ इनका तीसरा उपन्यास है जो दशरथ मांझी के जीवन पर आधारित है !
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अभियाननिलय उपाध्याय
मूल्य: Rs. 250 आज के समाज में आदर्श व्यवस्था बनाने के लिए संघर्षरत लोगों की कहानी आगे... |
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कटौतीनिलय उपाध्याय
मूल्य: Rs. 125
निलय उपाध्याय का ताजा कविता–संग्रह ‘कटौती’ आज लिखी जा रही कविता के समूचे परिदृश्य में एक नई काव्य–संभावना से भरपूर किसी महत्त्वपूर्ण दिशासूचक, सृजनात्मक परिघटना की तरह उपस्थित हो रहा है। पिछले कुछ वर्षों से महत्त्वपूर्ण हो उठे महा–नागर काव्य–वर्चस्व को एक नितांत वरिष्ठ काव्य–सामर्थ्य और भिन्न काव्य–संरचना के माध्यम से चुनौती देती ये कविताएँ हमें अनुभवों के उस दैनिक संसार में सीधे ले जाकर खड़ा करती हैं, जहाँ ध्वंस और निर्माण, विनाश और संरक्षण, हिंसा और करुणा के अब तक कविता में अनुपस्थित अनेक रूप अपनी समूची गतिमयता, टकराहटों, विकट अंतर्द्वंद्वों और अलक्षित आयामों के साथ उपस्थित हैं। |
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पहाड़निलय उपाध्याय
मूल्य: Rs. 600
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