उपन्यास
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हेमन्त का पंछीसुचित्रा भट्टाचार्य
मूल्य: Rs. 150 घर गृहस्थी संभालने वाली महिला यदि अपने एकाकीपन को दूर करने के लिए कोई ऐसा सहारा ढूँढ ले जिसमें उसे अपने जीवन के मायने मिलें तो... आगे... |
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कृष्णावेणी में सन्ध्यासुरेन्द्र महान्ति
मूल्य: Rs. 175 विशाल उत्कल महाराज्य के महानायक गजपति प्रतापरुद्र की करुण गाथा.... आगे... |
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सारा आकाशराजेन्द्र यादव
मूल्य: Rs. 450
आजाद भारत की युवा-पीढ़ी के वर्तमान की त्रासदी और भविष्य का नक्शा... आगे... |
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मुरदा घरजगदम्बा प्रसाद दीक्षित
मूल्य: Rs. 175 सामाजिक विसंगतियों और विषमताओं का यथार्थपूर्ण चित्रण..... आगे... |
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महामुनि अगस्त्यरामनाथ नीखरा
मूल्य: Rs. 175 इस पौराणिक सिद्धान्त को आधार बनाकर तर्कसंगत नया आख्यान गुणों को रचा गया है.... आगे... |
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अपनी गवाहीमृणाल पाण्डे
मूल्य: Rs. 250 सत्ता के पीछे भागनेवालों और दलालों की करतूतों के दिलचस्प और गुदगुदानेवाले विवरणों से भरा यह उपन्यास.... आगे... |
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खलीफों की बस्तीशिवकुमार श्रीवास्तव
मूल्य: Rs. 295 दलितों के प्रति सवर्णों के रवैए का रोचक और मार्मिक साक्ष्य.... आगे... |
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सूत्रधारसंजीव
मूल्य: Rs. 650
दलितों के जीवन पर आधारित उपन्यास.... आगे... |
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जहाँ औरतें गढ़ी जाती हैमृणाल पाण्डे
मूल्य: Rs. 175 प्रस्तुत है नारीवाद आन्दोलन की विडम्बना.... आगे... |
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अग्निगर्भ (सजिल्द)महाश्वेता देवी
मूल्य: Rs. 795
कृषि सामंती व्यवस्था पर आधारित उपन्यास..... आगे... |
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उन्तीसवीं धारा का आरोपीमहाश्वेता देवी
मूल्य: Rs. 95
इस पुस्तक में अन्तर्विरोधी कर्तव्यों के आपसी द्वन्द्व और समाज के निचले तबके की दारूण जीवन स्थितियों का वर्णन किया गया है..... आगे... |
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परदेससुचित्रा भट्टाचार्य
मूल्य: Rs. 125 क्या अपना गाँव ही, देश ही शायद उसकी पनाह है, बाकी हर जगह परदेश है, जहाँ वे महज प्रवासी हैं। आगे... |
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संस्कारयू. आर. अनन्तमूर्ति
मूल्य: Rs. 60 ब्राह्मणवाद,अन्धविश्वासों और रूढ़िगत संस्कारों पर अप्रत्यक्ष पैनी चोट..... आगे... |
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परतों के बीचगोविन्द मिश्र
मूल्य: Rs. 200
प्रस्तुत है एक यात्रा-संस्मरण... आगे... |
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न्याय का गणितअरुन्धति रॉय
मूल्य: Rs. 295
The Algebra of Infinite Justice का हिन्दी अनुवाद..... आगे... |
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मरीचिकाज्ञान चतुर्वेदी
मूल्य: Rs. 399
पौराणिक कथाओं पर आधारित व्यंग्य उपन्यास... आगे... |
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परदेसियाबुद्धदेव गुहा
मूल्य: Rs. 125 बंगाली समाज के स्वभाव व चरित्र का सच्चा और प्रामाणिक उपन्यास... आगे... |
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पीठ पीछे का आँगनअनिरूद्ध उमट
मूल्य: Rs. 125 अजनबी के अन्वेषण पर आधारित उपन्यास... आगे... |
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पत्ताखोरमधु कांकरिया
मूल्य: Rs. 299
यह उपन्यास युवाओं में बढ़ती नशे और ड्रग्स की लत पर आधारित उपन्यास.... आगे... |
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मीरा और महात्मासुधीर कक्कड़
मूल्य: Rs. 275
बापू और मीरा पर आधारित उपन्यास.... आगे... |
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मय्यादास की माड़ीभीष्म साहनी
मूल्य: Rs. 350
पंजाब के सिक्ख समुदाय को उखाड़ती ब्रिटिश साम्राज्यशाही पर आधारित उपन्यास... आगे... |
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मेरे बेटे की कहानीनादिन गोर्डाइमर
मूल्य: Rs. 195
दक्षिण अफ्रीका के नस्लवादी, रंगभेदी निरंकुश, अमानवीय शासन के अत्याचार और शोषण पर आधारित उपन्यास.... आगे... |
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पति पत्नी और वहकमलेश्वर
मूल्य: Rs. 250
देहलोलुप पुरुषों की लिप्सा और कुंठा इस उपन्यास का केन्द्रीय विषय है.... आगे... |
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निरुपमासूर्यकान्त त्रिपाठी निराला
मूल्य: Rs. 395
अप्सरा, अलका और प्रभावती के बाद निराला का चौथा उपन्यास ‘निरुपमा’... आगे... |
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टेढ़ी लकीरइस्मत चुगताई
मूल्य: Rs. 395
इस्मत चुग़ताई के उर्दू उपन्यास टेढ़ी लकीर का लिप्यन्तरण आगे... |
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बिल्लेसुर बकरिहासूर्यकान्त त्रिपाठी निराला
मूल्य: Rs. 199
सूर्यकान्त त्रिपाठी निराला का एक सामाजिक उपन्यास... आगे... |
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रेखा (पेपरबैक)भगवतीचरण वर्मा
मूल्य: Rs. 299
रेखा ने श्रद्धातिरेक से अपनी उम्र से कहीं बड़े उस व्यक्ति से विवाह कर लिया जिसे वह अपनी आत्मा तो समर्पित कर सकी, लेकिन उसके प्रति उसका शरीर निष्ठावान नहीं रह सका। आगे... |
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भक्त ध्रुवसूर्यकान्त त्रिपाठी निराला
मूल्य: Rs. 75
पौराणिक आख्यान को नए अर्थ देती किशोर पाठकों के लिए एक प्रेरणाप्रद पुस्तक... आगे... |
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रसकपूरआनन्द शर्मा
मूल्य: Rs. 125
एक तवायफ पर आधारित उपन्यास.... आगे... |
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सुहाग के नूपुरअमृतलाल नागर
मूल्य: Rs. 195 महाकवि इलंगोवन रचित तमिल महाकाव्य ‘शिलप्पदिकारम्’ की कथावस्तु पर आधारित पहली हिन्दी कृति... आगे... |
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भूले बिसरे चित्रभगवतीचरण वर्मा
मूल्य: Rs. 395
संयुक्त परिवार-प्रथा का विघटन, सामंतवाद की पूँजीवाद द्वारा पराजय, व मध्यवर्ग का उदय राष्ट्रीय स्वातंत्र्य आंदोलन का विकास इन चार बिन्दुओं पर प्रकाश डाला गया है...... आगे... |
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आधा गाँवराही मासूम रजा
मूल्य: Rs. 399
"भारतीयता के रंगों में रचा-बसा उपन्यास, जो बँटवारे की त्रासदी में भी एकता की आवाज़ बुलंद करता है।" आगे... |
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शब्दों के आलोक मेंकृष्णा सोबती
मूल्य: Rs. 950
नये पुराने मुखड़ों और रचनात्मक टुकड़ों की बन्दिशों को एक जिल्द में संजोने का वर्णन है... आगे... |
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सूरजमुखी अँधेरे केकृष्णा सोबती
मूल्य: Rs. 199
डार से बिछुड़ी और यारों के यार से अलग और आगे इस उपन्यास में कृष्णा सोबती ने गहन संवेदना के स्तर पर कलाकार की तीसरी आँख से पर्त-दर-पर्त तन-मन की साँवली प्यास को उकेरा है... आगे... |
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सितारों की रातेंशोभा डे
मूल्य: Rs. 295
प्रसिद्ध लेखिका शोभा डे का हिंदी में पहला उपन्यास ‘सितारों की रातें’... आगे... |
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योगी अरविन्दराजेन्द्र मोहन भटनागर
मूल्य: Rs. 275 इस पुस्तक में रोमांचकारी जीवन के सभी पक्षों पर प्रकाश डाला गया है.... आगे... |
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जय हिंदश्रीकृष्ण सरल
मूल्य: Rs. 150 नेताजी सुभाषचन्द्र बोस पर आधारित उपन्यास... आगे... |
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अछूतमुल्कराज आनंद
मूल्य: Rs. 160
सामाजिक समानता पर एक अत्यंत प्रेरणाप्रद मार्मिक उपन्यास.... आगे... |
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अमर सुहागिनतेज बहादुर
मूल्य: Rs. 250 एक सुहागिन औरत की दास्तान.... आगे... |
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सावित्रीश्री अरविंद
मूल्य: Rs. 200 सावित्री के जीवन पर आधारित महाकाव्य... आगे... |
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वतन पर मरने वालेजगदीश जगेश
मूल्य: Rs. 150 भगतसिंह, राजगुरु और सुखदेव के जीवन पर आधारित उपन्यास.... आगे... |
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दीया तले अँधेराअरविंद तिवारी
मूल्य: Rs. 150 शिक्षा की आन्तरिक व्यवस्था पर आधारित उपन्यास.... आगे... |
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पार्थयुगेश्वर
मूल्य: Rs. 225 श्रीकृष्ण और अर्जुन पर आधारित उपन्यास.... आगे... |
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ठहरी हुई नाव और सतरंग मोरपाखीनिशि श्रीवास्तव
मूल्य: Rs. 200 एक उत्कृष्ठ सामाजिक उपन्यास... आगे... |
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प्रतीक्षितासुषमा अग्रवाल
मूल्य: Rs. 200 एक माँ की आशाओं, आकांक्षाओं, कल्पनाओं तथा स्वप्नों की गाथा...... आगे... |
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और बकुला गिर गयासुधा मूर्ति
मूल्य: Rs. 175 दो समझदार युवा पर आधारित उपन्यास आगे... |
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असत्यमेव जयतेज्ञान सी जैन
मूल्य: Rs. 250 प्रस्तुत है भविष्य के एक प्रधानमंत्री की आत्मकथा..... आगे... |
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अभिशप्त कथामनु शर्मा
मूल्य: Rs. 250 प्रस्तुत है एक कालजयी उपन्यास..... आगे... |
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अमंगलहारीविवेकी राय
मूल्य: Rs. 125 ‘अमंगलहारी’ को पढ़कर पाठकों को सहज ही लग सकता है कि यह लघु उपन्यास लेखक के पूर्व प्रकाशित विशाल उपन्यास ‘मंगल भवन’ का दूसरा भाग अथवा उससे जुड़ा उपसंहार अंश है। ‘मंगल भवन अमंगलहारी’ वाली चौपाई की अर्द्धाली पूर्ण हो जाती है। आगे... |
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कदाचित्भिक्खु
मूल्य: Rs. 200 स्त्री जीवन के समग्र पक्ष को उकेरती एक अन्यतम कृति ‘कदाचित्’... आगे... |